जम्मू-कश्मीर में श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड को दी जमीन वापस लेने को लेकर विरोध की आग ठंडी होने का नाम नहीं ले रही है। विरोध की इस ज्वाला में जम्मू के साथ-साथ इंदौर भी झुलस रहा है। दोनों जगहों पर लगे कफ्र्यू के चलते लोगों का जीना दुष्वार हो गया है।
वहीं, सियासी दल इस मुद्दे को अपने तरीके से भुनाने में जुट गए हैं। हिंसा के मद्देनजर लगाए गए कफ्र्यू से जम्मू संभाग के अधिकतर जिलों में आवश्यक वस्तुओं की भारी किल्लत पैदा हो गई है। घाटी में पीडीपी व इस्लामी कट्टरपंथियों ने भूमि हस्तांतरण किए जाने का विरोध किया था। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस निर्णय को बरकरार रखने के लिए प्रदर्शन कर रही है।
पीडीपी पहले से ही कांग्रेस से किनारा करना चाहती थी। लेकिन इस मुद्दे को लेकर उसने कांग्रेस के लिए दिक्कत पैदा कर दी है। वहीं, इस विवाद ने भाजपा को खुल कर हिंदुओं की वकालत करने का बड़ा बहाना दे दिया है। अब यह मामला हिंदू व मुस्लिमों के बीच का नहींबल्कि हिंदू बनाम कांग्रेस का है।
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