Tuesday, August 12, 2008

कब तक जलेगा जम्मू-कश्मीर

जिस तरह रोम जल रहा था और नीरो बांसुरी बजा रहा था, आज उसी तरह जम्मू-कश्मीर जल रहा है केंद्र सरकार बांसुरी बजा रही है।

अगर ऐसा न होता तो श्री अमरनाथ जमीन विवाद को लेकर भड़की विरोध की चिंगारी जम्मू को चपेट में नहींलेती। जम्मू-कश्मीर प्रशासन भले ही हालत पर काबू पाने की कोशिश कर रहा है, पर उसका कोई असर होता दिन नहीं रहा है।

अगर सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों से ही जम्मू-कश्मीर समस्या का हल निकलना होता तो कब का समाधान हो गया होता। फिर धरती का 'स्वर्ग' कहा जाने वाला भू-भाग आज इतना उपेक्षित न होता, और न ही घाटी का अमन आज अंगारों में तबदील होता।

हकीकत तो यह है कि जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर न तो कभी कांग्रेस ने ईमानदारी दिखाई और न ही भाजपा ने। इन सियासी दलों ने श्रीनगर में जाकर कश्मीरियत और दिल्ली में आकर हुर्रियत का रोना रोया। यहीं कारण है कि आज भी यह समस्या जस की तस है।

कब तक जम्मू-कश्मीर जलेगा और कैसे हल होगा श्री अमरनाथ जमीन विवाद?

1 comment:

Anonymous said...

Hi Friend,

I won't bore you with , If you want to REALLY make

MONEY on and off the internet then click the link below.

http://www.noinvestmentbusiness.blogspot.com

Thanks For Your Time,