Wednesday, November 19, 2008

राजनीति की खातिर

महाराष्ट्र में नब्बे फीसदी जॉब स्थानीय लोगों (मराठियों) के पास हैं। यह कोई और नहीं,बल्कि महाराष्ट्र सरकार के आंकड़े बताते हैं।

फिर भी यह कहा जा रहा है कि महाराष्ट्र में बाहरी लोग स्थानीय लोगों (मराठियों) से जॉब छीन रहे हैं। और इस पर पिछले कुछ समय से राजनीति खूब गरमाई।

कइयों की जान गई, कई जख्मी हुए तो कुछ महाराष्ट्र छोड़ने पर मजबूर किए गए। आखिर क्यों? क्या ये सब राजनीति चमकाने के लिए नहीं किया गया?

4 comments:

राज भाटिय़ा said...

पता नही यह महाराष्ट्र भारत का ही अंग है या एक अलग देश????

seema gupta said...

कइयों की जान गई, कई जख्मी हुए तो कुछ महाराष्ट्र छोड़ने पर मजबूर किए गए। आखिर क्यों? क्या ये सब राजनीति चमकाने के लिए नहीं किया गया?
" sach keh rhen hian, sub rajnete ka khai hai..."

Regards

shelley said...

aapka sochna sahi hai. jabki bharat kya pure sansar me hi sab log or to or sabse jyada bhartk log hi kaam karte hain.

Unknown said...

in sabka 1 hi upay he rajniti apradhikaran ko roka iaye